दृढ़ निश्चय| मोटिवेशनल स्टोरी

 दृढ़ निश्चय  मोटिवेशनल स्टोरी इन हिंदी 

एक बार की बात है। एक गांव में एक लड़का रहता था। उसका नाम गोपाल था। वह गरीब परिवार से था। उसके माता-पिता किसान थे। उसके साधन बहुत सीमित थे, परंतु उसके सपने बहुत बड़े थे। गोपाल पढ़ाई में बहुत होशियार था। वह पढ़ लिखकर बड़ा आदमी बनना चाहता था और अपने परिवार को गरीबी से निकालना चाहता था।

 गोपाल के गांव में ही एक छोटा सा स्कूल था। जहां सुविधा बहुत सीमित थी। गोपाल के पास ना तो अच्छे कपड़े थे, ना अच्छी किताबें थी। फिर भी वह पूरे उत्साह और दृढ़ निश्चय से पढ़ाई करता था। उसके माता-पिता ने उसे सिखाया की जीवन में कड़ी मेहनत से ही सब कुछ हासिल किया जा सकता है। यह बात उसने गांठ बांध ली।

गोपाल सवेरे खेतों में उसके माता-पिता की मदद करता और उसके बाद स्कूल जाता। शाम को स्कूल से आकर खेतों में काम करता और रात में पाठ पूरा करके ही सोता था। उसकी लगन देखकर उसके शिक्षक भी उसको प्रोत्साहित करते थे।

गोपाल हर साल अच्छे नंबरों से पास होता था। 12वीं की परीक्षा पास होने के बाद कॉलेज में दाखिला लेने के लिए उसे शहर जाना था। लेकिन उसके पास इतने पैसे नहीं थे कि वह शहर जाकर पढ़ सके। उसके माता-पिता की भी इतनी क्षमता नहीं थी। 

पर उसने हार नहीं मानी और छोटे-मोटे काम करके अपनी पढ़ाई का खर्चा खुद उठाने का फैसला किया। सुबह को अखबार बेचने जाता और शाम को बच्चों को ट्यूशन पढ़ाया करता था। इस तरह से उसने अपनी पढ़ाई का खर्चा उठाकर कॉलेज भी प्रथम श्रेणी में पास कर ली।

 उसने एक अच्छी कंपनी में नौकरी भी हासिल कर ली। अब जब भी वह अपने गांव जाता तो जो लोग उसके ऊपर हंसते थे, वह लोग भी उसकी तारीफ करने लगे।

इस तरह गोपाल ने अपनी लगन और दृढ़ इच्छा शक्ति से खुद को भी गरीबी से निकाला और अपने परिवार को भी गरीबी से निकला।



दृढ़ निश्चय| मोटिवेशनल स्टोरी दृढ़ निश्चय| मोटिवेशनल स्टोरी Reviewed by Kahani Sangrah on अक्टूबर 24, 2024 Rating: 5

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