10 Short Story in Hindi | Moral story in Hindi

10 Short Story in Hindi | Moral story in Hindi 

 
Short Story in Hindi 

 लालची कुत्ता

 एक बार एक कुत्ते को एक हड्डी मिली। कुत्ता हड्डी पाकर बहुत खुश हो गया। कुत्ता हड्डी लेकर नदी किनारे पहुंच गया। वहीं बैठकर वह हड्डी को चाटने लगा। तभी उसने पानी में अपनी परछाई देखी। कुत्ते ने सोचा कि वह कोई दूसरा कुत्ता है। क्यों ना मैं उसकी हड्डी भी ले लूं? कुत्ते ने भौंकना शुरू कर दिया। जैसे ही कुत्ता  भौंका, उसकी हड्डी पानी में गिर गई। अब वह कुत्ता पछताने लगा।


 शिक्षा: लालच का परिणाम बुरा होता है।




बेवकूफ गडरिया

 एक बार एक बेवकूफ गडरिया अपनी भेड़ चराने के लिए जंगल की तरफ गया। तभी उसने सोचा कि क्यों ना गांव वालों के साथ मजाक किया जाए? उसने चिल्लाना शुरू कर दिया कि भेड़िया आया है। "भेड़िया आया भेड़िया आया मेरी बकरियां मेरी भेड़िया भेेड़ खा रहा है। " गांव वालों ने सोचा कि सचमुच भेड़िया आ गया है । सभी गांव वाले उसकी मदद करने के लिए वहाँ दौड़ आए। गांव वालों के आने पर वह जोर-जोर से हंसने लगा।


 गडरिया ने दोबारा फिर से यही मजाक दोहराया। गांव वालों ने उसका विश्वास करना बंद कर दिया। अगली बार सचमुच भेड़िया आ गया। गडरिया फिर चिल्लाया "भेड़िया आया भेड़िया आया। मेरी भेड़ खा गया।" पर इस बार कोई भी उसकी मदद के लिए नहीं आया। और भेड़िया सभी भेड़ों को  खा गया

 शिक्षा:  झूठ बोलने वाले का कोई विश्वास नहीं करता। अगर वह सच भी कहे तो भी झूठ हीलगता है।



उदार वृक्ष

 एक बार एक छोटे लड़के को एक पेड़ से प्यार हो गया। वह छोटा लड़का उस पेड़ की खूब देखभाल करता था। जैसे-जैसे वह बड़ा होता गया, उसका पेड़ पर जाना कम होता गया। वह तभी पेड़ के पास जाता था, जब उसे  कोई जरूरत हो।

 पेड़ ने वह सब कुछ दिया,  जो वह दे सकता था| उसके फल, उसकी शाखाएं और अंत में उसका तना| आखिरकार  अब वह छोटा लड़का एक बूढ़े व्यक्ति में बदल गया। बुढ़ापे में उसको एहसास हुआ कि सच्चा प्यार का मतलब बदले में कुछ भी उम्मीद किए बिना देना है।


 शिक्षा : सच्चा प्यार निस्वार्थ और उदार होता है।


सारस और लोमड़ी


सारस और लोमड़ी बहुत अच्छे दोस्त थे। सारस सीधा-साधा था, लेकिन लोमड़ी बहुत चालाक थी। एक बार लोमड़ी ने सारस से मजाक करने की सोची। लोमड़ी ने सारस को अपने घर दावत पर बुलाया। लोमड़ी ने सारस को खाना चौड़ी प्लेट में परोसा।

 लोमड़ी ने  पल  भर में प्लेट सफा चट कर दी। सारस की चोंच लंबी होने के कारण वह खाना नहीं खा पाया, और भूखा ही रह गया। उसे लोमड़ी के मजाक पर बहुत गुस्सा आया। उसने लोमड़ी से इसका बदला लेने की सोची।

 अगली बार सारस ने लोमड़ी को अपने घर खाने पर बुलाया। सारस ने एक लंबी सुराही में शोरबा परोसा। सारस ने अपनी लंबी चोंच के कारण सुराही में से शोरबा पी लिया। लेकिन लोमड़ी कुछ भी नहीं खा पी।

 लोमड़ी समझ गई की सारस ने उससे बदला ले लिया। 


शिक्षा: जैसे को तैसा।

आलसी गधा


चींटी और हाथी


 एक बार एक हाथी गन्ने की खेत की तरफ जा रहा था। रास्ते में उसने गलती से चींटी के घरौंदे को रौंद दिया। इससे चींटी को गुस्सा आ गया और उसने हाथी को धमकी दी। ए हाथी अगर तुमने मेरे घर को ठीक नहीं किया तो तुम्हारी खैर नहीं।


 हाथी को चींटी की बात पर हंसी आ गई। इतनी सी चींटी मेरा क्या बिगाड़ लेगी? और इस बार उसने जानबूझकर चींटी के घर को रौंंद कर आगे बढ़ना चालू कर दिया। 


इससे चींटी को गुस्सा आ गया और उसने  और सभी चीटियां मिलकर हाथी की नाक में घुसकर उसको काटने लगी। हाथी दर्द से चिल्ला उठा। 


हाथी ने चींटी से माफी मांगी। तब जाकर सभी चीटियां हाथी की नाक से बाहर आई। और हाथी ने चींटी की घर को ठीक कर दिया।


 शिक्षा: कभी किसी को कम नहीं समझना चाहिए।



गड़ा खजाना


 एक गांव में एक किसान रहता था। वह खेती कर अपने परिवार का जीवन यापन करता था। अब वह बूढ़ा हो चला था। उसके चार बेटे थे। किसान उनसे खेत पर काम करने के लिए कहता था। लेकिन बेटे खेत पर काम नहीं करना चाहते थे। किसान बहुत कोशिश करता  कि उसके बेटे मेहनत करना सीख ले और  खेत पर काम करें।

 एक बार किसान बीमार हो गया। उसने मरने से पहले अपने बेटों से कहा कि उसने खेत में खजाना गड़ा रखा है।

 गड़े खजाने का नाम सुनते ही बेटे बहुत खुश हो गए। किसान के मरने के बाद उसके बेटों ने पूरा खेत खोद डाला। लेकिन उन्हें कहीं भी गड़ा खजाना नहीं मिला।

 अब बेटों ने सोचा कि खजाना तो नहीं मिला लेकिन खेत तो जूत ही गया है। क्यों ना हम उसमें फसल बोदें?

 बेटों ने गेहूं की फसल बो दी। फसल पर अच्छी बारिश हुई। गेहूं की फसल लहलहा  उठी। फसल को बेचकर बेटों को अच्छा दाम मिला। अब किसान के बेटे समझ गए की यही उनका गड़ा खजाना था जो उनके पिताजी उन्हें देना चाहते थे।

 शिक्षा:  मेहनत से जी नहीं चुराना चाहिए।




सोने का अंडा


 एक किसान के पास एक अनोखी मुर्गी थी। वह रोज एक सोने का अंडा दिया करती थी। सोने के अंडे से किसान की गरीबी दूर हो गई। अब किसान के मन में लालच आ गया। किसान ने सोचा जरूर मुर्गी के पेट में ढेर सारे सोने के अंडे हैं। रोज एक-एक अंडा पाने से अच्छा है क्यों ना एक ही दिन में सारे अंडे मिल जाए?

 लालच में किसान की बुद्धि ने काम करना बंद कर दिया। उसने बिना सोचे समझे मुर्गी को काट दिया। किसान को मुर्गी के पेट में कुछ नहीं मिला। और रोज सोने का अंडा देने वाली मुर्गी भी हाथ से गई। किसान अब पछताने लगा।


 शिक्षा: लालच करने से स्वयं का ही नुकसान होता है।



चींटी और टिड्डा


गर्मी का मौसम था। टिड्डा अपना सारा समय मौज मस्ती में बीताता था। लेकिन चीटियां अपना सारा समय बारिश के लिए खाना जुुटाने में बिताती थी। गर्मी के मौसम के बाद बारिश का मौसम शुरू हो गया। टिड्डेे को खाने के लिए कुछ नहीं मिला।

 भूख से व्याकुल होकर वह चींटी से मदद मांगने के लिए गया। लेकिन चींटी ने मदद करने से मना कर दिया। चींटी ने कहा हमने पूरी गर्मी मेहनत करके बारिश के मौसम के लिए खाना जुटाया है। लेकिन तुमने अपना सारा समय हंसने गाने में बिता दिया। जैसे तुमने गर्मी का मौसम मौज मस्ती में बिताया है वैसे ही तुम बारिश का मौसम भी बिताओ। और चींटी ने उसे बाहर फेंक दिया। बेचारा टिड्डा बारिश में भूखा ही रह गया।

 शिक्षा:  हमें दूरदर्शी होना चाहिए।

तेनालीराम और विचित्र साड़ी


दो बकरियां


 एक बार की बात है एक गांव में नदी के ऊपर पुल बना हुआ था। एक बार दो बकरियां दोनों तरफ से पुल पर जाने लगी। दोनों बकरियां पुल पार करना चाहती थी। लेकिन दोनों में से कोई भी वापस पीछे नहीं जाना चाहती थी।

 थोड़ी देर सोचने के बाद उन्होंने एक तरकीब निकाली। पहले बकरी नीचे बैठ गई और दूसरी बकरी उसके ऊपर चढ़कर दूसरी तरफ पुल पार कर चली गई। अब दूसरी बकरी भी पुल पार कर चली गई। इस तरह दोनों बकरियां ने पुल पार कर लिया।

 शिक्षा: मिलजुल कर किसी भी समस्या का समाधान निकाला जा सकता है।


चींटी और कबूतर


 गर्मियों के दिन थे। एक चींटी प्यास से इधर-उधर घूम रही थी। उसने नदी में से पानी पीने का सोचा। वह गलती से नदी में गिर गई। वहां पास पर एक पास पर एक पेड़ पर कबूतर बैठा था। कबूतर को चींटी पर दया आ गई। और उसने एक पत्ता तोड़कर चींटी के पास फेंक दिया। चींटी पत्ते पर बैठकर बाहर निकल  आई। कुछ दिन बाद वहाँ एक शिकारी आया। शिकारी ने कबूतर को पकड़ना चाहा। जैसे ही शिकारी ने निशाना साधा चींटी ने शिकारी के पैर में काट लिया। शिकारी का निशाना चूक गया। और कबूतर उड़ गया। इस तरह चींटी ने कबूतर की मदद का जवाब उसकी मदद कर  दिया।

 शिक्षा: अच्छे काम का नतीजा अच्छा ही होता है।



तेनालीराम और सोने के आम


तेनालीराम




















10 Short Story in Hindi | Moral story in Hindi 10 Short Story in Hindi | Moral story in Hindi Reviewed by Kahani Sangrah on अगस्त 23, 2024 Rating: 5

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